कुमार विश्वास की कविताओं के दीवाने हुए छात्र-छात्राएं

 


कुमार विश्वास की कविताओं के दीवाने हुए छात्र-छात्राएं


ग्रेटर नोएडा। कोई दीवाना कहता है...कोई पागल समझता है। नॉलेज पार्क स्थित लॉयड लॉ कॉलेज के वार्षिकोत्सव ‘कैटेलिस्ट-2020’ में शुक्रवार शाम आए कुमार विश्वास की बहुचर्चित कविता सुनकर छात्र-छात्राएं खुद को आनंदित होने से रोक नहीं सके। इससे पहले केंद्रीय राज्यमंत्री देबाश्री चौधरी ने इस पांच दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन किया। शुक्रवार को योगेंद्र यादव और चंद्र कुमार बोस ने भी अपने विचार रखे।


 

वार्षिकोत्सव में करीब 90 मिनट तक कुमार विश्वास ने अपनी कविताओं के माध्यम से समा बांधा। इस दौरान कॉलेज ग्राउंड में बड़ी संख्या में मौजूद विद्यार्थियों और कॉलेज स्टाफ ने कार्यक्रम का जमकर लुत्फ उठाया। इस अवसर पर कुमार विश्वास ने भारतीय राजनीतिक व्यवस्था पर भी जमकर कटाक्ष किया। उन्होंने माइक के पीछे पड़े अंधेरे की इस वक्त देश में फैले अंधेरे से तुलना की। इसके बाद अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी की राजनीति पर भी उन्होंने जमकर कटाक्ष किए।
वार्षिकोत्सव के उद्घाटन अवसर पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास कल्याण राज्यमंत्री ने कार्यक्रम की सराहना की। इनके साथ आए वक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से इस बार जो बजट पेश किया गया है। इससे गरीबी को खत्म करने में बड़ी मदद मिलेगी। वहीं, महंगाई को कम किया जा सकेगा और साथ ही बड़ी संख्या में रोजगार बढ़ेगा। इधर, वरिष्ठ आलोचक योगेंद्र यादव ने वर्तमान भारतीय परिदृश्य पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि मुझे 1947 के पहले का हिंदुस्तान नहीं, इसके बाद का हिंदुस्तान चाहिए। उन्होंने कहा कि युवा सोच का मतलब सिर्फ बाल काले होना नहीं है। इसका मतलब विचार और पद्धति युवा होने चाहिए। इस मौके पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के वंशज चंद्र कुमार बोस ने बताया कि वह नेताजी की गायब होने वाली फाइल पर कार्य कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें केंद्र और राज्य सरकारों से सहयोग चाहिए। यदि वह अपने जीवन काल में यह कार्य पूरा नहीं पाए तो आप युवा इसे पूरा करना।